नमस्कार दोस्तों , मैं हूं अभिनव ,कैसे हैं आप सभी ,उम्मीद करता हूँ आप सब स्वस्थ होंगे। तो दोस्तों आज मैं अपने ब्लॉग- अद्वय टेक्नॉलॉजी ज्ञान में कम्प्युटर सॉफ्टवेयर एवं हार्डवेयर क्या होता है? की शुरूआत करने जा रहा हूं।अगर आप लोगो को मेरा ये ब्लॉग पसंद आए तो आप लोग अपना स्नेह बनाए रखे और इस ब्लॉग पर प्रतिदिन विजिट करते रहें।और हैं दोस्तों फॉलो और सब्सक्राइब करना ना भूलिएगा।
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तो आइए जानते हैं सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर क्या होता है।
तो सबसे पहले हम जानेंगे हार्डवेयर के बारे में -
Hardware- (हार्डवेयर)- दोस्तों हार्डवेयर के बारे में मैं आप लोगो को बहुत ही सिम्पल तरीके से समझाने की कोशिश करूंगा ,आप लोगों ने बाजार में बहुत सारी दुकानों पर लिखा देखा होगा किसी ना किसी नाम से हार्डवेयर के बारे में जैसे - सिंह हार्डवेयर एंड पार्ट्स ,कमल हार्डवेयरस आदि । तो इन दुकानों पर किसी ना किसी मशीन आदि का सामान उपलब्ध होता है लेकिन यहां हम बात करने जा रहे हैं कंप्यूटर हार्डवेयर की ,तो आप समझ ही गए होंगे कि हार्डवेयर का मतलब किसी फिजिकल पार्ट से है यानी कंप्यूटर के पार्ट्स को हम हार्डवेयर कहते हैं ,सरल शब्दों में हम कह सकत है कि कंप्यूटर के पार्ट्स जिन्हें हम भौतिक(फिजिकल) रूप से छू व देख सकते हैं उन्हें हम कंप्यूटर हार्डवेयर कहते हैं।जैसे - हार्ड डिस्क,कीबोर्ड ,माउस , मदरबोर्ड,मॉनिटर , साउंड आदि कंप्यूटर हार्डवेयर के अन्तर्गत। आती हैं जिन्हें हम अपनी आवश्यकतानुसार प्रयोग करते है।लेकिन क्या आप जानते हैं ?कि हार्डवेयर को चलाने के लिए किस चीज की आवश्यकता होती है ,वह है सॉफ्टवेयर तो आइए जानते हैं सॉफ्टवेयर क्या होता है एवं यह काम कैसे करता है।
दोस्तों जैसा कि में मानता हूं सॉफ्टवेयर के बारे में जानने से पहले आपको थोड़ा सा यह जानना होगा कि प्रोग्राम क्या होता है तभी आप सॉफ्टवेयर के बारे में बेहतर जान पाएंगे।
Program-(प्रोग्राम)- किसी काम को करवाने के लिए कंप्यूटर की भाषा में दिए गए कुछ निर्देशों को इकट्ठा करना ही प्रोग्राम कहलाता है।प्रोग्राम बनाने वाले को प्रोग्रामर कहते हैं।
उम्मीद करता हूं मैंने आपको समझा पाया होगा कि प्रोग्राम क्या होता है।तो आइए जानते है अब सॉफ्टवेयर के बारे में।
सॉफ्टवेयर - किसी विशेष कार्य को करवाने के लिए या कई सारे कार्यों को एक ही प्लेटफॉर्म पर करवाने के लिए बहुत सारे प्रोग्राम्स को इकट्ठा कर उसे डेवलप करके एक सॉफ्टवेयर का रूप दे दिया जाता है।सॉफ्टवेयर कहलाता है।।सॉफ्टवेयर विशेष रूप से दो प्रकार के होते हैं लेकिन समझाने के हिसाब से मैं इसे तीन प्रकार का मानता हूं ।जोकि इस प्रकार हैं -
1-सिस्टम सॉफ्टवेयर
2- एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर
3- यूटिलिटी सॉफ्टवेयर
1- सिस्टम सॉफ्टवेयर - जैसा कि आप नाम से ही समझ गए होंगे कि सिस्टम सॉफ्टवेयर वह सॉफ्टवेयर होता है जिसके द्वारा किसी सिस्टम को चलाया जाए अतः यह ऑपरेटिंग सिस्टम के नाम से भी जाना जाता है ,किसी हार्डवेयर को चलाने के लिए एक सिस्टम सॉफ्टवेयर की जरूरत पड़ती है ।इसके कुछ उदाहरण हैं जैसे - विंडोज 7,8,10 ,उबंटू ,मैक ओएस आदि ।कंप्यूटर के अंदर जो पार्ट्स लगे होते हैं उन्हें चलाने के लिए सिस्टम सॉफ्टवेयर की जरूरत होती है।
2- एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर - एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर यूजर कि आवश्यकता अनुसार बनाए जाते हैं जिसका प्रयोग यूजर अपनी जरूरतों के अनुसार करता है ।इस सॉफ्टवेयर को हम सिस्टम सॉफ्टवेयर में इंस्टॉल कर के अपना काम करते हैं आइए एक उदाहरण से समझते हैं जैसे यदि हमें कोई लेटर या डॉक्यूमेंट तैयार करना है तो हम एमएस वर्ड का सहारा लेते हैं जोकि एमएस ऑफिस का एक हिस्सा है एमएस ऑफिस एक एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर है।जिसमें हम अपनी जरूरतों के अनुसार सारे काम कर सकते हैं जैसे अगर इंटरव्यू के लिए प्रेजेंटेशन तैयार करना हो तो एमएस पॉवर पॉइंट का यूज करते हैं , सेलरी स्लिप या डाटा एंट्री करनी हो तो एमएस एक्सल यूज करते हैं ठीक उसी प्रकार कंप्यूटर के बहुत सारे एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर उपलब्ध हैं जिन्हें आप अपनी जरूरत के अनुसार उस कर सकते हैं । पब जी गेम भी एक एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर है जो कि आजकल बहुत प्रचलित है जोकि यूजर को गेम खेलने की सुविधा प्रदान करता है।
3-यूटिलिटी सॉफ्टवेयर- यूटिलिटी सॉफ्टवेयर का प्रयोग कंप्यूटर में आने वाले वायरसेस को रोकने में किया जाता है जैसे कि एंटी वायरस -k7 टोटल सिक्योरिटी, क्विक हील आदि।
क्या सॉफ्टवेयर एवं हार्डवेयर एक दूसरे के बिना अधूरे है?
जी हां बिल्कुल जैसा कि मैंने अपने पहले ब्लॉग कंप्यूटर का परिचय में बताया था कि सॉफ्टवेयर एवम् हार्डवेयर एक दूसरे के बिना कोई काम नहीं कर सकते हैं।क्यूंकि हार्डवेयर को चलाने के लिए एक सिस्टम सॉफ्टवेयर की जरूरत पड़ती है वहीं सॉफ्टवेयर को चलाने के लिए एक हार्डवेयर की जरूरत पड़ती है।
तो दोस्तों आज के लिए बस इतना ही , कमेंट करके जरूर बताइएगा कि ये जानकरी कैसी लगी।
अपना प्यार ,स्नेह और साथ बनाए रखें मिलते हैं अगले ब्लॉग मे इसके आगे कि जानकारी के साथ तब तक के लिए बाय बाय और बहुत बहुत धन्यबाद और हाँ फॉलो करना ना भूलिएगा॥
4 Comments
Awesome 😎👍🏻
ReplyDeletenice information
ReplyDeleteNice information
ReplyDeleteSir computer generations par ek blog likhiye
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